Contents
- 1 Transistor and its work |ट्रांजिस्टर का कार्य तथा पहचान
- 1.1 Transistor ट्रांजिस्टर कैसे बनाया जाता हैं
- 1.1.1 बनावट के अनुसार ट्रांजिस्टर मुख्यरूप से दो तरह के होते है
- 1.1.1.0.0.1 ट्रांजिस्टर को मल्टीमीटर से कैसे चेक करे :-Transistor
- 1.1.1.0.0.2 को मल्टीमीटर से चेक करना काफी आसान हैं इसके लिए
- 1.1.1.0.0.3 हमें मल्टीमीटर के दोनों नोब को ट्रांजिस्टर के किसी भी दो
- 1.1.1.0.0.4 सिरों पर लगाना होता हैं यदि हम मल्टीमीटर के red नोब को ट्रांजिस्टर के बिच
- 1.1.1.0.0.5 वाले सिरे पर रखते हैं तो मल्टीमीटर के black नोब को ट्रांजिस्टर के दोनों किनारे के
- 1.1.1.0.0.6 सिरों पर एक -एक कर के लागयेगे यदि मल्टीमीटर दोनों सिरों पर लगाने
- 1.1.1.0.0.7 पर शोर्ट बताता हैं तो हम इसके बाद मल्टीमीटर के black नोब को Transistor के बिच
- 1.1.1.0.0.8 वाले सिरे पर रख कर चेक करेंगे तो ओपन बताना चाहिए तो Transistor सही हैं और यह
- 1.1.1.0.0.9 npn ट्रांजिस्टर हैं इस तरह हम मल्टीमीटर से यह पता लगा सकते हैं की ट्रांजिस्टर
- 1.1.1.0.0.10 PNP हैं या npn हैं| ठीक इसी तरह हम npn ट्रांजिस्टर को भी चेक कर सकते हैं |
- 1.1.1.1 कैपेसिटर
- 1.1.1.2 डायोड
- 1.1.1.3 मोस्फेट
- 1.1.1.4 डिजिटल फ्यूज
- 1.1.1.5 coil
- 1.1.1 बनावट के अनुसार ट्रांजिस्टर मुख्यरूप से दो तरह के होते है
- 1.1 Transistor ट्रांजिस्टर कैसे बनाया जाता हैं
Transistor and its work |ट्रांजिस्टर का कार्य तथा पहचान
Transistor | ट्रांजिस्टर के बारे में आप सब ने सुना जरुर होगा और यादी आप सब Transistor
के बारे में नहीं भी जानते होगे तो हम यहाँ आप सब को ट्रांजिस्टर केन बारे में विस्तार से
बताने जा रहे हैं आप सब को बता देना चाहता हु की Transistor के अंदर डायोड का ही मिश्रण होता हैं |
Transistor के आने से इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में बहुत बड़ी क्रांति आ गई |
ट्रांजिस्टर दिखाई देने में एक बहुत ही छोटा और साधारण सा इलेक्ट्रानिक कॉम्पोनेन्ट होता है |
लेकिन ट्रांजिस्टर उपयोग आजकल बहुत बड़े पैमाने पर लिया जाता हैं | यदि ट्रांजिस्टर नहीं होता
तो संभवतः आज हम सभी कंप्यूटर या मोबाइल के अंदर इतनी ज्यादा स्पीड नहीं प्राप्त कर पाते जितनी
स्पीड आज के समय में हमें मिल रही हैं | कहने का तात्पर्य यह है की आज के समय में Transistor का
उपयोग इतना ज्यादा होने लगा हैं की हम इसके बिना किसी इलेक्ट्रानिक सर्किट को बनाने की कल्पना
भी नहीं कर सकते ।
ट्रांजिस्टर का प्रयोग किसी भी सर्किट के अंदर बहुत सारे कार्यो कोसही तरीके से करने के लिए किया
जाता हैं लेकिन Transistor का सबसे ज्यादा प्रयोग एम्प्लीफिकेशन के लिए किया जाता है।
अर्थात किसी भी सिग्नल को बढ़ाने के लिए ट्रांजिस्टर का उपयोग होता है।
Transistor ट्रांजिस्टर कैसे बनाया जाता हैं
Transistor ट्रांजिस्टर सेमीकंडक्टर पदार्थो की मिलाकर बनाया जाता हैं |सिलिकॉन और जेर्मेनियम का मुख्यतः प्रयोग किया जाता हैं।
ट्रांजिस्टर के मुख्यरूप से तिन तीन सिरे होते है। जिनको बेस, कलेक्टर और एमीटर कहा जाता है।
ट्रांजिस्टर भी कई तरह के होते हैं जिनका अलग-अलग सर्किटो में कार्य के हिसाब उपयोग में लिया जाता हैं |
बनावट के अनुसार ट्रांजिस्टर मुख्यरूप से दो तरह के होते है
NPN ट्रांजिस्टर → इस तरह के ट्रांजिस्टर में P प्रकार के क्रिस्टल के दोनों तरफ N प्रकार के
क्रिस्टल को जोड़ कर बनाया जाता हैं |इस तरह यदि किसी ट्रांजिस्टर का P सिरा बिच में हैं
तो वह NPN Transistor कहलाता हैं ।
PNP ट्रांजिस्टर → इस तरह के ट्रांजिस्टर में N प्रकार के क्रिस्टल के दोनों तरफ P प्रकार के
क्रिस्टल को जोड़ कर बनाया जाता हैं |इस तरह यदि किसी ट्रांजिस्टर का N सिरा बिच में हैं
तो वह PNP Transistor कहलाता हैं|
दोस्तों जैसा की आप सभी ने Transistor के बारे में पढ़ा और चित्र में देखा की Transistor किस
तरह से कार्य करता हैं और किस तरह बनाया जाता हैं | आप सभी ने ऊपर पढ़ा की एक Transisto
r को बनाने की लिए हमें N प्रकार और P प्रकार के पदार्थो को मिला कर बनाया जाता हैं |
दोस्तों यदि आप डायोड के बारे में जानते होंगे तो यह भी जानते होंगे की डायोड को बनाने में भी
P प्रकार और N प्रकार के पदार्थो का उपयोग किया जाता हैं | अतः हम दो डायोड को एक साथ
जोड़ते हैं तो भी एक Transistor बन जाता हैं इसके लिए हमें डायोड के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिये |
ट्रांजिस्टर को मल्टीमीटर से कैसे चेक करे :-Transistor
को मल्टीमीटर से चेक करना काफी आसान हैं इसके लिए
हमें मल्टीमीटर के दोनों नोब को ट्रांजिस्टर के किसी भी दो
सिरों पर लगाना होता हैं यदि हम मल्टीमीटर के red नोब को ट्रांजिस्टर के बिच
वाले सिरे पर रखते हैं तो मल्टीमीटर के black नोब को ट्रांजिस्टर के दोनों किनारे के
सिरों पर एक -एक कर के लागयेगे यदि मल्टीमीटर दोनों सिरों पर लगाने
पर शोर्ट बताता हैं तो हम इसके बाद मल्टीमीटर के black नोब को Transistor के बिच
वाले सिरे पर रख कर चेक करेंगे तो ओपन बताना चाहिए तो Transistor सही हैं और यह
npn ट्रांजिस्टर हैं इस तरह हम मल्टीमीटर से यह पता लगा सकते हैं की ट्रांजिस्टर
PNP हैं या npn हैं| ठीक इसी तरह हम npn ट्रांजिस्टर को भी चेक कर सकते हैं |
नोट :- Transistor को चेक करते समय यदि मल्टीमीटर का +अर्थात रेड नोब Transistor के P छोर पर जाती हैं और मल्टीमीटर की -अर्थात black नोब Transistor के N सिरे पर जाती हैं तो शोर्ट बताता हैं |
यह भी पढ़े:-
कैपेसिटर
डायोड
मोस्फेट
डिजिटल फ्यूज
coil
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Sir humay computer hardware & networking ky bary my notes mil sakta h
Aur laptops repairs ki
हमारी साईट पर जितनी भी पोस्ट है सभी एक तरह से नोट्स ही है. आप हमारे इस नोट्स का यूज कर सकते है और हमारे Youtube चैनल से भी प्रेक्टिकल सिख सकते है.
thanks ji isse mujhe bahot labh milega
Iski dolni kroya kya hoti hai
Sorry ye kriya hai
Owm sir g, सर मै आपकी सभी पोस्ट पड़ता हु। और मैनै भी आप से enspire होकर एक website बनाये है।
electronicinhindi.blogspot.com
kya sir mujhe electronics ke bare me hindi me jankari mil sakti hai
agar ha to please mujhe koi aachi si site ka name bataye ……..thanks
nice
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Sir mpsa42 transistor ki jagah par mon SA lag sakta hai
Waw very nice ur ans.Thnq sir
Sir transistor Kam Kya karta hai
Eske kharab ho Jane pe Kya broblam
A sakti hai sir
Bt 134 क्या है? इसका बिकल्प भी बताएं प्लीज।
Transistors control kise karta h
1) voltage
2) current
3) frequency
Plz reply me sir because I’m confused.
transistor ka smps me work kya hota hai
Your Content Much better
Dear Sir